Pages

मिथिलाक पर्यायी नाँवसभ

मिथिलाभाषाक (मैथिलीक) बोलीसभ

Powered By Blogger

Friday 3 June 2016

पद्य - ‍१८२ - गरूड़ (बाल कविता)

गरूड़ (बाल कविता)



पैघ चिड़ै  -  चिल्होरिसँ  नम्हर,
या   बड़का   चिल्होरि   बुझू ।
छी गरूड़ - जँ नाम रूचए नहि,
तँऽ  बड़का  चिल्होरि  कहू ।।*

चाङ्गुर*  छै  मजगूत   ततेक,
खरहहुकेँ  धएने  उड़ि  भागैछ ।*
किछु  प्रजाति   तँऽ  चाङ्गुरमे,
साँपहुकेँ  धएने  उड़ि  भागैछ ।।*

ओ चिल्होरि जेकाँ नञि कहियो,
भागैछ  लोलमे  दाबि शिकार ।
एक्कहि कुल,  अन्तर तइयो छै,
भिन्न दुहुक किछु छै बेबहार ।।*

बहुविध गरूड़,  शिकारहु बहुविध,
अपन - अपन छी जीहक चाट ।
चिड़ै - छोट,  खरहा  तँऽ  छैहे,
ककरो प्रियगर साँप कि माछ ।।*





संकेत आ किछु रोचक तथ्य -

* - गरूड़ (EAGLE), चिल्होरि (KITE) आ किछु बाज (ACCIPITRINE HAWKS / TRUE HAWKS) - तीनू एक्कहि कुलक (FAMILY - ACCIPITRIDAE) सदस्य थिक तेँ तीनूमे बहुत किछु समानता अछि । समानता रहितहुँ तीनूमे बहुत किछु विभिन्नता अछि आ तीनू तरहक चिड़ै केर अपन किछु वैशिष्ट्य अछि जकरा आधार पर मैथिलीमे, संस्कृतमे आ हिन्दी - अंग्रेजी आदि भाषासभमे तीनूक अलग - अलग नाम देल गेल अछि । एहि ठाम जाहि शिकारी चिड़ैसमूहकेँ गरूड़ मानल गेल अछि तकरा भारतक आनो बहुत रास पक्षी वैज्ञानिकसभ गरूड़हि मानैत छथि । गरूड़क वर्णन हिन्दू धर्म ग्रण्थसभमे किछि मिथकीय काल्पनिक स्वरूपक होयबाक कारणेँ किछु लोक एकरा गरूड़ नञि मानैत छथि आ ताहि तरहक लोक एकरा बड़का चिल्होरि कहि सकैत छथि ।

* - चाङ्गुर = पञ्जा = CLAW (यद्यपि चाङ्गुर शब्द केर शाब्दिक अर्थ चारि आङ्गुरसँ बनल मुट्ठी स्वरूप भेल आ पञ्जा माने पाँच आङ्गुरसँ बनल, तथापि दुनु केर सामान्य रूढ़ि स्वरूपक अर्थ एक्कहि अछि − अंग्रेजीक CLAW केर अर्थमे ।) 

* - गरूड़क चाङ्गुर बड़ मजगूत होइत अछि । तेँ ओ अपन शिकारकेँ अपन चाङ्गुरमे दाबि उड़ि जाइत अछि − नञि कि चिल्होरि जेकाँ लोलमे दाबि कऽ । ओकर चाङ्गुरक पकड़ि एतेक शक्तिशाली होइत अछि कि ओ कएक बेर खरहाकेँ सेहो अपन चाङ्गुरमे पकड़ि कऽ बहुत फुर्तीसँ उड़ि जाइत अछि ।

* - गरूड़क किछु जातिसभ (Circaetus spp., Terathopius spp. & Spilornis spp. ) तँऽ साँपक शिकार करबामे माहिर होइत अछि तेँ अंग्रजीमे एकरासभकेँ सर्पेण्ट ईगल (SERPENT EAGLES) कहल जाइत अछि । विश्वमे गरूड़क करीब साठि टा जाति (60 SPECIES) पाओल जाइत अछि जाहिमेसँ अधिकांश यूरेसिया (यूरोप व एसिया) तथा अफ्रिका महादेशमे पाओल जाइत अछि ।

*- गरूड़क चाङ्गुरक पकड़ि चिल्होरिक चाङ्गुरक (CLAW) पकड़ि केर अपेक्षा बहुत मजगूत होइत अछि जखनि कि गरूड़क लोलक (BEAK) पकड़ि चिल्होरिक लोलक पकड़ि केर अपेक्षा बहुत कमजोर होइत अछि । तेँ गरूड़ अपन शिकारकेँ चाङ्गुरमे पकड़ि कऽ उड़ भागैत अछि जखनि कि चिल्होरि लोलमे ।

*- सामन्यतः सभ प्रकारक गरूड़ अपनासँ छोट चिड़ै, छोट रीढ़धारी प्राणी (जेना कि - मूस, खरहा, खरगोश, लुक्खी आदि), छोट सरिसृप (जेना कि - गिरगिट, छोट साँप आदि) केर शिकार करितहि अछि । गरूड़क किछु जातिसभ (Circaetus spp., Terathopius spp. & Spilornis spp. ) साँपक शिकार करबामे विशेष माहिर होइत अछि तेँ अंग्रजीमे एकरासभकेँ सर्पेण्ट ईगल (SERPENT EAGLES) कहल जाइत अछि । तहिना गरूड़क किछु जातिसभक (Haliaeetus spp., & Icthyophaga spp. ) विशेष अभिरुचि माछ आ जलीय - पक्षीसभक शिकार करबामे रहैत अछि ।


कल्याणी कोशक अनुसार -


गरूड़ = एक पक्षी = a kind of EAGLE = Homraius bicornis


गरूड़ = एक पक्षी = a kind of EAGLE एहि ठाम धरि तँऽ ठीक अछि परञ्च गरूड़ = Homraius bicornis बात मान्य नञि बुझना जाइत अछि ।

Homraius bicornis (syn. Buceros bicornis syn. Buceros homrai syn. Buceros cavatus syn. Dichoceros bicornis) वास्तवमे बड़का धनेश थिक जकरा अंग्रेजीमे GREAT HORNBILL / GREAT INDIAN HORNBILL / GREAT PIED HORNBILL कहल जाइत अछि ।


[syn. = synonymous  to  =  पर्याय / पर्यायवाची अछि ]


मैथिली पाक्षिक इण्टरनेट पत्रिका विदेह केर ‍203म अंक (‍01 जून 2016) (वर्ष 9, मास 102, अंक ‍203) केर बालानां कृते स्तम्भमे प्रकाशित ।



No comments:

Post a Comment